फोटोसिंथेसिस क्या है और यह कैसे होती है?

फोटोसिंथेसिस वह उपकरण है जिसमें पौधों, खुलियों और कुछ अन्य प्रकार के संवेदनशील उद्भिद रोशनी की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को खाद्य में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया में, उद्भिद खुद अपनी ऊर्जा उत्पन्न करते हैं और ऑक्सीजन जैसे उपयोगी उत्पादों को उत्पन्न करते हैं।

यह प्रक्रिया ज्यादातर प्रकाश से होती है, इसलिए इसे "फोटो" (प्रकाश) और "सिंथेसिस" (उत्पन्न करना) का संयोजन कहा जाता है।

फोटोसिंथेसिस दो विशेष प्रक्रियाओं से होती है:

लाइट रिएक्शन (Light Reaction): यह प्रक्रिया पौधों के खुलियों के क्लोरोप्लास्ट में होती है और वहाँ प्रकाश के ऊर्जा को उपयोग करके विभिन्न उद्योतकों को उत्पन्न करती है।


कैलविन चक्र (Calvin Cycle): यह प्रक्रिया पौधों के क्लोरोप्लास्ट के स्थितिगत रूप से आपूर्ति की गई ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड को उत्पन्न करती है।

फोटोसिंथेसिस अधिकांशतः पौधों और खुलियों में होती है, जहाँ वे आकाशीय प्रकाश का उपयोग कर सकते हैं। यह प्रक्रिया धरती पर अस्तित्व के लिए आवश्यक है, क्योंकि यहाँ परिमाणिकी ऊर्जा उत्पन्न होती है जो जीवों के जीवन के लिए आवश्यक है।


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About Pradeep Kumar

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